खाटू श्याम मंदिर राजस्थान से सम्बंधित प्रश्न उत्तर

दोस्तों खाटू श्याम मंदिर के बारे में तो आपने बहुत सारे आर्टिकल में पढ़ा होगा। आज मैं खाटू श्याम का इतिहास से सम्बंधित कुछ ऐसे प्रश्न के उत्तर देने वाला हूँ जिनके बारे में लोग अक्सर चर्चा करते है। चलिए जानते है श्याम भक्त किस बारे में ज्यादा बाते करते है।

प्रश्न :- खाटू श्याम मंदिर राजस्थान में कौन से शहर में है?

उत्तर :- खाटू श्याम मंदिर सीकर जिले के खाटू गांव में बना हुआ है।

प्रश्न :- खाटू श्याम मंदिर कब जाना चाहिए ?

उत्तर :- वैसे तो आप 12 महीने कभी भी खाटू श्याम मंदिर जा सकते है पर प्रतिवर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष के अष्टमी से नवमी तिथियों पर आयोजित किये गए लक्खी मेले दूर दूर से लाखो श्रद्धालु आते है। इस मेले में खाटू श्याम मंदिर को बहुत अच्छे से सजाया जाता है।

प्रश्न :- खाटू श्याम मंदिर जाने के लिए कौन से स्टेशन उतरना पड़ेगा?

उत्तर :- खाटू श्याम मंदिर के सबसे पास का रेलवे स्टेशन का नाम रींगस रेलवे स्टेशन है। अगर आप ट्रैन से खाटू श्याम मंदिर जी जाते है तो आपको रींगस रेलवे स्टेशन ही उतरना पड़ेगा। खाटू श्याम जाने का रास्ता

प्रश्न :- खाटू श्याम का दिन कौन सा होता है?

उत्तर :- खाटू श्याम जी का जन्मदिन हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है।

प्रश्न :- खाटू श्याम मंदिर की फेमस चीज क्या है?

उत्तर :- खाटू श्याम मंदिर में सबसे प्रसीद श्याम कुंड मन जाता है। ऐसा मन जाता है की खाटू श्याम कुंड में श्याम जी का शिश प्रकट हुआ था। श्याम भक्त बड़ी आस्था के साथ इस श्याम कुंड में डुबकी लगते है और अपनी बीमारियों से मुक्ति पाते है।

प्रश्न :- श्याम बाबा को कौन सा फूल पसंद है?

उत्तर :- खाटू श्याम जी को सबसे प्रिय गुलाब का फूल है। श्याम भक्त श्याम जी के मंदिर में गुलाब का फूल चढ़ा कर अपनी इच्छा पूरी करने की मनोकामना करते है।

प्रश्न :- खाटू श्याम मंदिर का क्या चमत्कार है?

उत्तर :- राजस्थान के सीकर जिले के खाटू गांव में एक ग्वाला रोज गायों को चराने के लिए खाटू गांव जाता था। उन गायों में से ग्वाला के पास राधा नाम की एक गाय थी। जैसे ही राधा कगातु गांव में चरने के लिए जाती थी तो राधा किसी एक जगह पर जाकर रुक जाती थी और फिर राधा के थनो में से अपने आप दूध जमीन पर गिरने लगता था। ग्वाला में ये बात वह के राजा को बताई, फिर राजा ने उसी जगह पर मजदुर बुलवा कर खुदाई करवाई और वह से श्याम जी का शीश प्रकट हुआ। और तभी यहाँ पर खाटू श्याम जी का मंदिर स्थापित किया गया था। खाटू श्याम जी की कहानी

प्रश्न :- खाटू श्याम मंदिर जाने में कितना खर्चा आता है?

उत्तर :- आप अपनी जेब के हिसाब से कितना भी खर्च कर सकते है। वैसे अगर बात करू दिल्ली से तो, आप दिल्ली से रींगस ट्रैन का सफर सिर्फ 100रूपए में कर सकते है। रींगस से खाटू श्याम जी का रास्ता 18 किलोमीटर है। यहाँ पर शेयरिंग जीप आपको 50 रूपए प्रति व्यक्ति खाटू मंदिर में छोड़ देगी। होटल का खर्चा 200 और प्रसाद का खर्च 100 रु।

प्रश्न :- जयपुर से खाटू खाटू श्याम मंदिर कितने घंटे का रास्ता है?

उत्तर :- जयपुर से खाटू श्याम मदिर की दूरी 80 किलोमीटर है। जयपुर से आपको हर घंटे खाटू शीमा जी के लिए बस मिल जाएगी। और जयपुर से खाटू श्याम जी पहुंचने में 2 घंटे लगते है।

प्रश्न :- खाटू श्याम मंदिर के लिए कितने दिन काफी हैं?

उत्तर :- वैसी तो खाटू श्याम मंदिर के लिए एक दिन काफी है। बाकि आप सालासर जाना चाहते है या जयपुर घूमना चाहते है तो आपको 3 दिन का टाइम चाहिए।

प्रश्न :- खाटू श्याम मंदिर में भीड़ है?

उतर :- श्याम जी को वरदान मिला हुआ है की , जैसे जैसे कलयुग बढ़ेगा श्याम जी के मंदिर में भक्तो की भीड़ बढ़ती जाएगी। शनिवार, रविवार, और हर महीने की ग्यारस को और विशेष अवसर पर श्याम भक्तो की भारी भीड़ होती है

प्रश्न :- खाटू श्याम जी को हारे का सहारा क्यों कहा जाता है?

उत्तर :- श्री कृष्ण भगवान में श्याम जी को आशीर्वाद दिया था की कलयुग में तुम मेरे नाम से जाने जाओगे। जिसका जिक्र महाभारत में भी किया गया है। जब खाटू श्याम जी (बर्बरीक) महाभारत के युद्ध में जा रहे थे तो वो अपनी माँ को वचन देकर आये थे की जो हारेगा मैं उसका साथ दूंगा। इसलिए श्याम बाबा की हारे का सहारा कहा जाता है।

प्रश्न :- क्या खाटू श्याम मंदिर 24 घंटे खुला रहता है?

उत्तर :- गर्मियों में खाटू श्याम मंदिर सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक खुला रहता है। सर्दियों में खाटू श्याम मंदिर सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है और मेले के दिनों में खाटू श्याम मंदिर भक्तो के लिए 24 घंटे खुला रहता है।

प्रश्न :- खाटू श्याम मंदिर का मालिक कौन है?

उत्तर :- मूल संस्थापक श्रीमती नर्मदा कंवर और उनके पति श्री रूप सिंह चौहान के वंशज श्याम जी की सेवा में लगे हुए है।

प्रश्न :- खाटू मंदिर कौन से महीने में जाना चाहिए?

उत्तर :- खाटू श्याम मंदिर अक्टूबर से मार्च के बीच में जाना चाहिए। क्युकी राजसताह्ण में गर्मी बाहत होती है तो बाकि दिनों में राजस्थान का तापमान 50 डिग्री तक पहुंच जाता है।

प्रश्न :- खाटू श्याम की पूजा घर पर कैसे करें?

उत्तर :- एक थाली में रोली, चावल, अगरबती आदि रखकर तैयार कर लें। इस दौरान श्याम बाबा के भजन गाते रहें और श्याम चालीसा का पाठ भी करें। अंत में 5 ज्योति दीये जलाएं और श्यामजी/हनुमान जी की आरती करें। श्री खाटू श्याम जी को प्रसाद चढ़ाने के बाद प्रसाद को उपस्थित सभी श्याम भक्तों और अपने आस-पड़ोस में वितरित करें।

प्रश्न :- खाटू श्याम जी कौन से देवता है?

उत्तर :- खाटू श्याम जी को भगवन कृष्ण का कलयुगी अवतार माना जाता है। वैसे खाटू श्याम जी का असली नाम बर्बरीक है। और बर्बरीक महाभारत के भीम के पोते है।

प्रश्न :- खाटू श्याम जाने के लिए कौन से स्टेशन पर उतरना पड़ता है?

उत्तर :- खाटू श्याम जी जाने के लिए रींगस रेलवे स्टेशन उतरना पड़ेगा।

प्रश्न :- जयपुर से खाटू श्याम जी मंदिर कैसे पहुंचे?

उत्तर :- आप जयपुर से खाटू श्याम जी बस, ट्रैन और कैब से जा सकते है।

प्रश्न :- बाबा श्याम को निशान क्यों चढ़ाया जाता है?

उत्तर :- निशान को बाबा श्याम के द्वारा दिया गया बलिदान और दान का प्रतीक माना गया है।

प्रश्न :- बर्बरीक को 3 तीर किसने दिए थे?

उत्तर :- बर्बरीक भगवन शिव जी के बहुत बड़े भक्त थे। भगवन शिव जी ने ही बर्बरीक को 3 तीर दिए थे।

प्रश्न :- खाटू श्याम किसका बेटा है?

उत्तर :- खाटू श्याम पांडव पुत्र भीम के पौत्र और घटोत्कच के पुत्र थे. इनका असली नाम बर्बरीक था।

प्रश्न :- खाटू श्याम का व्रत कौन सा है?

उत्तर :- खाटू श्याम बाबा का व्रत एकादशी यानी ग्यारस को रखा जाता है.

दोस्तों श्याम बाबा से सम्बंधित ज्यादा तर प्रश्नो के उत्तर दे चूका हूँ अगर फिर भी आपको बाबा श्याम के बारे मे कुछ और जानना है तो कमेंट करके पूछ सकते है। और हमारा आर्टिकल अच्छा लगा तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।

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